चरस, 6 लाख ड्रग मनी, 25 तोले सोना व पिस्टल बरामद
जालंधर (R24N): आईबी और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की टीम ने ड्रग सिंडिकेट को ब्रेक कर नगर निगम के क्लर्क रिंकू थापर के मॉडल टाउन स्थित सरकारी आवास पर तड़के करीब 4:30 बजे रेड की। यह रेड रात 11 बजे तक चली। क्लर्क रिंकू के साथ-साथ उनके घर से उसके साले भारत उर्फ भानू, अंकुश भट्टी दोनों निवासी अमृतसर, प्रथम और दिवयम दोनों वासी आबादपुरा को पकड़ा है। एक टीम ने अमृतसर में रेड की है। वहां से लवप्रीत सिंह उर्फ लवी वासी अमृतसर और विशाल वासी तरनतारन को गिरफ्तार किया है। मामले में कुल 7 आरोपी पकड़े गए हैं।
अमृतसर से 1 किलो चिट्टा, 2 पिस्टल, 36 जिंदा कारतूस दो नोट गिनने वाली मशीन करीब 42 लाख का कैश बरामद किया है। मगर दोनों एजेंसियां अमृतसर में बरामदगी की पुष्टि नहीं कर रही हैं। दूसरी ओर क्लर्क के घर से टीम ने करीब 25 तोले सोने के गहने, 6 लाख की ड्रग मनी, 381 ग्राम चरस, ग्लॉक पिस्टल व 18 कारतूस बरामद किए हैं। क्लर्क से 7 एटीएम मिले हैं। देर रात तक रेड करने वाली टीम मीडिया से दूरी बनाए हुए थी।
तड़के करीब 4:30 बजे आईबी और एएनटीएफ की टीम ने मॉडल टाउन में नगर निगम के बिल क्लर्क रिंकू थापर के सरकारी आवास पर रेड की। घर में उस समय उनका परिवार और अमृतसर से वीरवार शाम आए साले समेत 4 युवक थे। जांच से जुड़े सूत्र बताते हैं कि आईबी की इनपुट पर जॉइंट ऑपरेशन चलाया गया। टीम ने पहले अमृतसर में लव के घर रेड की थी। फिर उसके तीन साथी पकड़े। अमृतसर में पकड़े गए आरोपियों से पता चला कि मामले के तार जालंधर से जुड़े हैं। इसलिए तड़के ही दोनों टीमों ने क्लर्क का घर घेर लिया। घर में मौजूद अंकुश भट्टी से एक ग्लॉक पिस्टल मिला। टीम ने घर के हर कोने की सर्च की। अलमारी से सोने के जेवर मिले। रिंकू की पत्नी ने टीम से कहा कि ये तो मेरे गहने हैं, मगर टीम ने बात नहीं मानी। अब तक की जांच में क्लर्क पर आरोप है कि उसका साला भानू अपनी गैंग के साथ मिलकर जालंधर व अमृतसर में हर तरह का नशा बेचते थे। उसका जीजा उन्हें संरक्षण देता था और ड्रग मनी संभालता था। क्लर्क के घर के बाहर एक काले रंग की थार और एक बड़ी गाड़ी खड़ी मिली है। यह दोनों गाड़ियां क्लर्क की बताई गई हैं। भानू ने प्राथमिक पूछताछ में माना कि वह और अंकुश अमृतसर से शाम को आ गए थे। इसके बाद अपने दो और साथी मॉडल टाउन में बुला लिए थे। उन्हें भनक लगी थी कि उन पर ट्रैप चल रहा है। इसलिए जीजा के घर शाम करीब 6 बजे आ गए थे। तड़के करीब 4:30 बजे शुरू हुई जांच रात 11 बजे तक चलती रही। टीम पांचों आरोपी पकड़ कर ले गई थी। इससे पहले किसी भी रिश्तेदार को अंदर नहीं जाने दिया था। घर के बाहर मौजूद भानू की मां ने कहा कि उनके दामाद का केस से कोई लेना-देना नहीं है। बेटा अपने दोस्त लेकर वीरवार शाम बहन के घर आया था। उनसे ड्रग मिली है। दामाद पूरी तरह से बेकसूर है।