चंडीगढ़ः पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को मारने के लिए शूटर्स ने एक एके-47 राइफल, एक .30 बोर और चार या पांच 9 एमएम पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। सूत्रों का कहना है कि मौके से बरामद कारतूसों की फोरेंसिक जांच से हथियारों की शिनाख्त कर ली गई है, हालांकि हथियारों को बरामद करने में पुलिस अभी नाकाम रही है। बताया जा रहा है कि शूटर्स ने मौके पर 40 से 45 फायर किए गए थे।
फॉरेंसिक में पाई गई एके-47 राइफल
पुलिस के अधिकारियों के अनुसार पहले रशियन की NK-94 राइफल का इस्तेमाल करने की बात की गई थी मगर फॉरेंसिक में एके-47 राइफल पाई गई है। मगर पुलिस ने अब तक वारदात में इस्तेमाल किए गए कोई भी हथियार बरामद नहीं किया जिससे अदालत में आरोपियों को सजा करवाना असंभव है। सभी शूटर्स नशे में थे और इसी वजह से काफी गोलियां दीवार पर लगी थीं। जांच में खुलासा हुआ है कि शूटर्स ने अलग-अलग दिशाओं में भागने से पहले हरियाणा में एक व्यक्ति को हथियार सौंपे थे।
ये हथियार किए जा चुके हैं बरामद
दिल्ली पुलिस पहले ही प्रियव्रत फौजी, कशिश और अंकित को सचिन भिवानी के साथ अलग-अलग अभियानों में पकड़ चुकी है। पुलिस ने इनके पास से आठ ग्रेनेड, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, नौ इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 20 कारतूस के साथ एक असॉल्ट राइफल, तीन अत्याधुनिक पिस्तौल, 36 राउंड और एक एके सीरीज की असॉल्ट राइफल का एक हिस्सा बरामद किया है। हथियार काम नहीं करने की स्थिति में विस्फोटक एक बैकअप योजना का हिस्सा थे। हालांकि, मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल किए गए असली हथियार उनके पास से नहीं मिले है।
रूपा, मनू और दीपक अभी भी फरार
तीन अन्य शूटर्स जगरूप रूपा, मनप्रीत मनू और दीपक मुंडी अभी भी फरार हैं। अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियारों की पहचान की पूरी पुष्टि फॉरेंसिक जांच में होगी, जब भी यह बरामद किए जाएंगे। सूत्रों ने कहा कि हथियारों की बरामदगी और मौके से बरामद कारतूस से मिलान किए बिना मामले को अदालत में साबित करना मुश्किल होगा। इससे पहले अपराध स्थल पर पुलिस अधिकारियों ने संकेत दिया था कि कम से कम एक शूटर द्वारा एएन -94 असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया गया था। गौरतलब है कि 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की शार्प शूटर्स ने मानसा में गोलियां मार कर हत्या कर दी थी, जिसकी पिछले करीब 45 दिनों से जांच जारी है।