जालंधर (R24N): फतेहगढ़ साहिब में नगर परिषद चुनाव के दौरान वकील पर हुए जानलेवा हमले के मामले ने एक बार फिर से तूल पकड़ ली है। दरअसल, इस मामले को लेकर कुछ दिन पहले लुधियाना के वकीलों ने एक दिन की हड़ताल की थी। जिसके बाद आज पंजाब भर में वकीलों ने हड़ताल कर दी है। वकीलों में जानलेवा हमले के मामले में पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई न किए जाने को लेकर रोष पाया जा रहा है।
बता दें कि घटना फतेहगढ़ साहिब में नगर परिषद चुनाव के दौरान वकील हसन सिंह पर स्थानीय विधायक गैरी वडिंग के भाई और उसके साथियों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने उनके सिर पर रिवॉल्वर की बट से वार किया और तेजधार हथियारों से भी हमला किया। गंभीर रूप से घायल वकील को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खन्ना बार एसोसिएशन के अध्यक्ष तेजप्रीत सिंह अटवाल के अनुसार, पुलिस शहीदी सभा में व्यस्त होने का बहाना बनाकर कार्रवाई से बच रही थी।
वकीलों ने डीजीपी पंजाब को पत्र लिखा और एसएसपी से भी मुलाकात की, जिन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन सियासी दबाव के कारण अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हड़ताल के कारण अकेले खन्ना में ही रोजाना 500 से अधिक मामलों की सुनवाई प्रभावित हो रही है। 9 जनवरी को भी वकीलों ने राज्यव्यापी हड़ताल की थी और फतेहगढ़ साहिब में एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना दिया था। अब आज 16 जनवरी को पूरे पंजाब के वकील एक बार फिर इंसाफ की मांग को लेकर हड़ताल पर रहेंगे। अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो संघर्ष तेज होगा और वकील बिरादरी सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी।