कपूरथलाः पंजाब सहित पूरे देश की संगीत जगत ने अपना एक और सितारा खो दिया। पंजाबी गायक बलविंदर सफारी का आज निधन हो गया उनकी उम्र 63 साल थी। बलविंदर पिछले 86 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। वह ठीक होने के कगार पर भी थे लेकिन दुर्भाग्य से उनकी मौत टल नहीं सकी।
सर्जरी के बाद कोमा में चले गये थे
गायक बलविंदर को हर्ट संबंधी समस्या थी जिस वजह से उन्हें अप्रैल महीने में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बईपास सर्जरी किया गया। सर्जरी के बाद भी कुछ समस्या होने से उनका एक और ऑपरेशन किया गया। इसके बाद गायक बलविंदर कुछ समय के लिए कोमा में चले गए। उसका सीटी स्कैन किया गया तो सिर क्षति दिखाई दे रहा था। इसके कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।
उनके गाने देश-विदेश में धूम मचा रहे
बलविंदर सफारी सिर्फ एक नाम नहीं था बल्कि वह एक लेजेंड था। बलविंदर सफारी को पूरे देश ने प्यार दिया है और उन्हें खोने के बाद संगीत प्रेमियों सहित पूरा देश उदास है। बलविंदर के गाने देश-विदेश में धूम मचा रहे हैं। खासकर उनका चन्न मेरे मक्खणा’, ‘पाव भांगड़ा’, ‘पार लिंगड़े’ जैसे संगीत केवल गीत का हिस्सी नहीं बल्कि ये वो विरासत है जिसे उन्होंने पीछे छोड़ दिया। पूरा देश बलविंदर सफारी को हमेशा याद रखेगा।
बलविंदर सफरी के निधन के बाद पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के दिग्गजों ने शोक व्यक्त किया है। नीरू बाजवा, गुरदास मान और जस्सी गिल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए उनके निधन पर शोक जताया और परिवार को इस दुख की घड़ी सहन करने की प्रार्थना की।