रोजाना24न्यूज़: महानगर में केंद्र सरकार से लाइसैंस लिए बिना चला रहे ट्रैवल एजेंट पर सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इन सबके बावजूद कुछ ट्रैवल एजेंट इसके बावजूद बेखौफ होकर लोगों को ठगने का कारोबार कर रहे है। वहीं ताजा मामला जिलें के आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन का सामने आया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन के मालिक वरुणजोतबीर सिंह उर्फ बन्नी होठी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन के मालिक बन्नी के खिलाफ 6 लाख रुपए की ठगी करने के आरोप में केस दर्ज किया है। हालांकि इस मामले को लेकर आरोपी ट्रेवल एजेंट ने एक एग्रीमेंट का हवाला देकर सफाई दी है, लेकिन पुलिस ने उसको मानने से इंकार कर दिया है। आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन के मालिक बन्नी के खिलाफ शिकायत मनजोत सिंह चीमा ने दर्ज करवाई है। इस मामले संबंधी जानकारी देते हुए मनजोत सिंह चीमा ने बताया कि वो जून 2021 के दौरान आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन का विज्ञापन देखकर उनके ऑफिस आए थे। इस दौरान उनकी आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन के मालिक बन्नी से यूक्रेन जाने को लेकर बातचीत हुई थी। उन्होंने बताया कि डील के मुताबिक उसे वहां पर एक साल का टीआरसी कार्ड भी मिलेगा जिससे 50 हजार से लेकर 80 हजार रुपए तक सेलेरी भी मिलेगी।
मनजोत का कहना है कि उसको ओपन वीजा परमिट पर विदेश यूक्रेन भेजने का वायदा करके आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन के मालिक ने उससे 6 लाख रुपए की मांग की थी। उन्होंने कहा कि जिसकी अदायगी उसकी तरफ से ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन के मालिक बन्नी के बैंक खाते में कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन के साथ हुई डील के मुताबिक 20 सितंबर 2021 को उसकी फ्लाइट यूक्रेन के लिए करवा दी गई।
मनजोत ने बताया कि जब वो यूक्रेन एयरपोर्ट पर उतरा तो उसे वहां बताया गया कि उसका ओपन वीजा की बजाय क्लॉज वर्क वीजा लगवाया गया। जिसके तहत उसने वहां पर सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करना था। उन्होंने बताया कि मुझे इसकी कोई समझ ही नहीं थी। मनजोत ने बताया कि उसे इस कारण 7 दिन तक एयरपोर्ट पर रोके रखा और बाद में रिटर्न फ्लाइट करवा दी गई। वहीं इस मामले को लेकर लेकर जानकारी मिली है कि पता चला है कि वरुणजोतबीर सिंह उर्फ बन्नी होठी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए स्थानीय सैशन कोर्ट में जमानत याचिका दायर की हुई है।