नई दिल्लीः दिल्ली आबकारी घोटाले के मामले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के कई ठिकानों पर तलाशी अभियान शुरू किया है. दिल्ली के पूर्व आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण के यहां भी सीबीआई की टीम पहुंची है. कुछ बड़े शराब कारोबारियों के यहां भी जांच एजेंसी ने रेड डाला है. तलाशी के बाद सीबीआई प्राथमिकी दर्ज करेगी. करीब 2 दर्जन ठिकानों पर केंद्रीय जांच एजेंसी की यह छापामार कार्रवाई चल रही है. आनंद तिवारी और पंकज भटनागर के यहां भी सीबीआई की टीमें पहुंची हैं. दोनों नौकरशाह हैं. आनंद तिवारी आईएएस हैं, जबकि पंकज भटनागर दिल्ली के पूर्व सह आबकारी आयुक्त हैं. यह कार्रवाई सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में 21 जगहों पर सीबीआई की छापेमारी चल रही है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है. उन्होंने लिखा, ‘सीबीआई आई है. उनका स्वागत है. हम कट्टर ईमानदार हैं. लाखों बच्चों का भविष्य बना रहे हैं. बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में जो अच्छा काम करता है उसे इसी तरह परेशान किया जाता है. इसीलिए हमारा देश अभी तक नम्बर.1 नहीं बन पाया.’
मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘हम सीबीआई का स्वागत करते हैं. जांच में पूरा सहयोग देंगे ताकि सच जल्द सामने आ सके. अभी तक मुझ पर कई केस किए लेकिन कुछ नहीं निकला. इसमें भी कुछ नहीं निकलेगा. देश में अच्छी शिक्षा के लिए मेरा काम रोका नहीं जा सकता. ये लोग दिल्ली की शिक्षा और स्वास्थ्य के शानदार काम से परेशान हैं. इसीलिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और शिक्षा मंत्री को पकड़ा है ताकि शिक्षा स्वास्थ्य के अच्छे काम रोके जा सकें. हम दोनों के ऊपर झूठे आरोप हैं. कोर्ट में सच सामने आ जाएगा.’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया के समर्थन में ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, ‘दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल की पूरी दुनिया चर्चा कर रही है. इसे ये रोकना चाहते हैं. इसीलिए दिल्ली के स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रियो पर रेड और गिरफ्तारी. 75 सालों में जिसने भी अच्छे काम की कोशिश की, उसे रोका गया. इसीलिए भारत पीछे रह गया. दिल्ली के अच्छे कामों को रुकने नहीं देंगे, जिस दिन अमेरिका के सबसे बड़े अखबार NYT के फ्रंट पेज पर दिल्ली शिक्षा मॉडल की तारीफ और मनीष सिसोदिया की तस्वीर छपी, उसी दिन मनीष के घर केंद्र ने सीबीआई भेजी. सीबीआई का स्वागत है. पूरा सहयोग करेंगे. पहले भी कई जाँच-रेड हुईं. कुछ नहीं निकला. अब भी कुछ नहीं निकलेगा.’
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार राज्य के लिए नई आबकारी नीति लेकर आई थी. लेकिन भाजपा और कांग्रेस के विरोध के चलते उसे यह नई आबकारी नीति वापस लेनी पड़ी थी. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की देखरेख में ही यह नई आबकारी नीति फाइनल की गई थी. इस मामले में दिल्ली के कुछ बीजेपी नेताओं ने चीफ सेक्रेटरी से शिकायत की थी. उन्होंने अपनी जांच में अनियमितताएं पाई थीं, जिसके बाद करीब 1 महीने पहले दिल्ली के उप राज्यपाल ने मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. आरोप है कि कुछ बड़े शराब कारोबारियों से पैसे के बदले उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए नई आबकारी नीति लाई गई थी।