शिमला। पंजाब को हिमाचल से जोड़ने वाले कंडवाल स्थित चक्की खड्ड पर बना रेलवे पुल बह गया है। शनिवार सुबह पुल का पिलर व दो स्पेम एकाएक गिर गए। चक्की खड्ड का जलस्तर बढ़ने के कारण आसपास के लोग बहाव देखने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान एकदम से पुल टूट गया। पुल टूटने से कांगड़ा घाटी रेल का संपर्क भी पूरी तरह से कट गया है। हालांकि रेलवे विभाग ने बीते माह के दौरान ही पठानकोट से जोगेंद्रनगर ट्रैक पर चलने वाले रूट बरसात के चलते बंद कर दिए थे, क्योंकि रेलवे की टीम ने इस पुल काे असुरक्षित घोषित कर दिया था।
जानकारी के मुताबिक इस रेलवे पुल के गिरने का मुख्य कारण ही अवैध खनन है। खनन माफिया ने पुल के आगे पीछे दोनों और अवैध खनन कर करके चक्की खड्ड के बहाव को ही सिकोड़ दिया है। जो चक्की खड्ड पहले मीटरों फैलकर बहती थी वह अब सिकुड़ चुकी है। पुल के पास तो यह स्थिति है कि यहां चक्की खड्ड का बहाव मात्र 12-15 मीटर ही रह गया है। इसी के चलते यह हादसा हुआ है।
हालांकि कांगड़ा घाटी रेल का लाभ उठाने वाले लोगों को पहले उम्मीद थी कि बरसात थमने के बाद रेल सेवा शुरू हो जाएगी और वह लोग सस्ती रेल यात्रा कर पाएंगे। लेकिन अब इस पुल के गिर जाने से बरसात के बाद भी कांगड़ा घाटी रेल बहाल नहीं हो पाएगी। यहां बता दें कि दो-तीन वर्ष पूर्व यहां रेलवे पुल गिरा था।