करतारपुरः केंद्र सरकार करतारपुर साहिब कॉरिडोर के मुख्य द्वार के पास 9 मीटर ऊंचा टावर बना रही है। भाजपा नेता मनजिंदर सिरसा ने केंद्रीय योजना की पुष्टि की और बताया कि इस टावर में लोग वेनाकुलर से करतारपुर साहिब के दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए पासपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस टावर से एक साथ 400 से 500 लोग दर्शन कर सकेंगे। टावर में बड़ी टीवी स्क्रीन की भी व्यवस्था होगी। टावर 6 महीने में बन कर तैयार हो जाएगा।
भारत से होगा दर्शन
मिली जानकारी के मुताबिक, करतारपुर साहिब कॉरिडोर में बनाए गए आधुनिक किस्म के टर्मिनल का काम कई हिस्सों में किया जाना था। इस टर्मिनल के साथ ही सारे कॉरिडोर की डिजाइनिंग करते समय यह प्लान भी था कि यहां एक डीलक्स किस्म का डबल स्टोरी दर्शनीय स्थल बनाया जाए। जिससे संगत भारत की तरफ से भी गुरुनानक साहिब का दर्शन कर सकें।
3 करोड़ 22 लाख रुपये की लागत से बनेगा दर्शनीय स्थल
लगभग 3 करोड़ 22लाख रुपये की लागत से यह दर्शनीय स्थल बनेगा। नया दर्शन स्थल दो मंजिला होगा। जिसमें भारत की सीमा से पहली मंजिल से करतारपुर साहिब गुरुद्वारे का विहंगम दृश्य देखने के लिए 8.5 मीटर ऊंची इमारत होगी। 435 वर्ग मीटर में फैली यह गैलरी गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग में बनेगी। जहां से तीर्थयात्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन के लिए पाकिस्तान जाने के लिए गलियारे से निकलते हैं।
इस तरह की होंगी व्यवस्थाएं
दर्शन स्थल की पहली मंजिल में एक वीआईपी व्यूइंग डेक के साथ एक सीसे से घिरा वातानुकूलित व्यूइंग डेक और डिजिटल स्क्रीन के साथ एक वीआईपी व्यूइंग लाउंज होगा। ग्राउंड फ्लोर पर एक कॉफी शॉप और एक स्मारिका की दुकान के साथ-साथ टायलेट भी होंगे। अगले महीने काम आवंटित होने के बाद इसे बनाने के लिए छह महीने की समय सीमा तय की गई है।