नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन इंचार्ज विजय नायर और हैदराबाद के बिजनेसमैन अभिषेक बोइनपल्ली को कस्टडी में ले लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। इन्हें रविवार रात ही गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई वाले मामले में दोनों की जमानत पर आज शाम 4 बजे सुनवाई होगी। इस याचिका पर सुनवाई से पहले ही ईडी ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।
पहले उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। वर्तमान में दोनों तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। सीबीआई वाले मामले में दोनों की जमानत अर्जी पर आज शाम 4 बजे सुनवाई होनी थी, लेकिन जमानत की सुनवाई से पहले ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। अभिषेक बोइनपल्ली को कथित तौर पर हैदराबाद के एक शीर्ष राजनीतिक परिवार का करीबी बताया जाता है।
इस मामले में 10 नवंबर को ही ईडी ने अरबिंदो फार्मा के प्रबंध निदेशक (MD) शरथ रेड्डी को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही ईडी ने पेरनोड रिकार्ड के अधिकारी विनय बाबू को भी गिरफ्तार किया था। इस मामले में अबतक 4 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और ऑनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ विजय नायर, हैदराबाद के कारोबारी अभिषेक बोइनपल्ली, अरबिंदो फार्मा के प्रबंध निदेशक (MD) शरथ रेड्डी और पेरनोड रिकार्ड के अधिकारी विनय बाबू शामिल हैं।
16 सितंबर को 40 ठिकानों पर रेड
इससे पहले बीते 16 सितंबर को ईडी ने 40 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें केवल हैदराबाद में 25 ठिकानों पर रेड की थी। इसके अलावा शराब नीति घोटाले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन से भी ईडी पूछताछ कर चुकी है।
6 सितंबर को 35 जगहों पर छापेमारी
इससे पहले बीते 6 सितंबर को ईडी ने दिल्ली समेत कई राज्यों में 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईडी ने दिल्ली के अलावा गुरुग्राम, लखनऊ, हैदराबाद, मुंबई, बेंगलुरु और पंजाब के शहरों में भी रेड की थी। जांच एजेंसी के निशाने पर शराब कारोबारी थे। ईडी की छापेमारी में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का घर शामिल नहीं था।
घोटाले के मुख्य किरदार कौन?
दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में सीबीआई ने अगस्त में FIR दर्ज की थी। इस मामले में मनीष सिसोदिया, तीन पूर्व सरकारी अफसर, 9 कारोबारी और दो कंपनियों को आरोपी बनाया गया है। सीबीआई ने आरोपियों पर आपराधिक साजिश रचने और भ्रष्टाचार से जुड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इनमें तीन पूर्व सरकारी अफसर एजी कृष्णा (पूर्व एक्साइज कमिश्नर), आनंद तिवारी (पूर्व डिप्टी एक्साइज कमिश्नर) और पंकज भटनागर (पूर्व असिस्टेंट एक्साइज कमिश्नर) शामिल हैं।
इसके अलावा अमित अरोड़ा (बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर), दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे को भी आरोपी बनाया गया है। इन तीनों को सिसोदिया का करीबी माना जाता है। आरोप है कि तीनों ने आरोपी सरकारी अफसरों की मदद से शराब कारोबारियों से पैसा इकट्ठा किया और उसे दूसरी जगह डायवर्ट किया।