रोजाना24न्यूज: दिल्ली स्थित मंडोली जेल में कई मोबाइल फोन बरामद होने के बाद दिल्ली कारागार विभाग ने 2 उपाधीक्षकों, एक सहायक अधीक्षक, एक प्रमुख वार्डर और एक अन्य वार्डर को निलंबित कर दिया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जेल अधिकारियों के अनुसार, मंडोली जेल से मोबाइल फोन बरामद होने के बाद उपाधीक्षक प्रदीप शर्मा और धर्मेंद्र मौर्य, सहायक अधीक्षक सन्नी चंद्रा, प्रमुख वार्डर लोकेश धामा और वार्डर हंसराज मीणा को निलंबित कर दिया गया।
कारागार महानिदेशक संजय बेनीवाल ने सभी जेल अधीक्षकों को तलाशी दल गठित करने और जेल में मोबाइल फोन और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं का पता लगाने का निर्देश दिया था। अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक पखवाड़े में सभी कारागरों में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान 117 मोबाइल फोन बरामद किए जा चुके हैं।
यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।कारागार महानिदेशक संजय बेनीवाल ने जेल में मोबाइल फोन भेजे जाने के खिलाफ व्यापक कार्रवाई के लिए कारागार मुख्यालय में विशेष सतर्कता दल का गठन किया है। इस दल ने तमिलनाडु विशेष पुलिस बल के साथ मिलकर 18 दिसंबर को भी छापेमारी की थी, जिसमें आठ मोबाइल फोन बरामद हुए थे।
बता दें कि तिहाड़ जेल, मंडोली जेल और रोहिणी जेल में पिछले 15 दिन से लगातार छापेमारी चल रही है। छापेमारी में अब तक 117 मोबाइल फोन बरामद हो चुके हैं। तिहाड़ के डीजी संजय बेनीवाल के आदेश पर तिहाड़ प्रशासन एक्शन ले रहा है। 14 जेल बैरेक की तलाशी ली गई, जिसमें कई गैंगस्टर्स के गुर्गों के पास से मोबाइल बरामद हुआ है। जेल अधिकारियों का कहना है कि गैंगस्टरों के गुर्गों से बरामद हुए मोबाइलों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस को भी चिट्ठी लिखी जा रही है। बता दें कि इन तीनों जेलों में बड़ी आसानी से मोबाइलों को लाया जा रहा है और यह सिलसिला का लंबे समय से चल रहा है। यहां लगे जैमर भी काम नहीं कर पा रहे हैं।