नई दिल्ली : कई लोगों के बनते हुए काम बिगड़ जाते हैं या तमाम कोशिशों के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती हैं। बार-बार बिना वजह के बीमार होना या घर में झगड़ा-कलह होना आदि। इसके पीछे नकारात्मकता बड़ी वजह होती है।
कई बार इस नकारात्मकता के पीछे कुंडली के ग्रह-दोष, वास्तु दोष आदि जिम्मेदार होते हैं। वहीं जादू-टोना या ब्लैक मैजिक आदि भी वजह होता है। जिसे आम बोलचाल में काला जादू भी कहते हैं। ऐसा कई बार नकारात्मक ऊर्जा वाली जगह से गुजरने से, किसी नकारात्मक चीज के संपर्क में आने से या किसी के द्वारा काला जादू करने से भी हो सकता है।
इन लोगों पर होता है जल्दी जादू टोना का असर
जैसे दुनिया में पॉजिटिव एनर्जी होती है, वैसे ही निगेटिव एनर्जी भी होती है। नकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती है। कुंडली में कुछ ग्रह-स्थितियों के कमजोर होने पर व्यक्ति पर नकारात्मक ऊर्जा आसानी से असर करती हैं । ज्योतिष के अनुसार जिन जातकों के ऊपर राहु और केतु की दशा चल रही हो। इसके अलावा साढ़ेसाती- ढैय्या या मंगल की दशा चल रही हो, उन लोगों पर नकारात्मक ऊर्जा जल्दी असर कर सकती है। मोटे तौर पर बात करें तो कर्क, वृश्चिक, मीन और कन्या राशि के लोगों को भी नजर लगती है या उन पर जादू टोने का असर जल्दी लग सकती है।
ये हैं जादू टोना का प्रभाव होने के लक्षण
👉यदि व्यक्ति के चेहरे का तेज खत्म हो जाए, वह हमेशा बीमार, निराश रहे और पूरे समय सोए रहने का मन करे तो यह भी बुरी नजर या काला जादू होने का संकेत हो सकता है।
👉कई बार व्यक्ति का चेहरा अचानक से पीला या काला पड़ना शुरू हो जाता है, आंखें लाल रहने लगती हैं। ऐसा लंबे समय तक रहे तो व्यक्ति को डॉक्टर से भी संपर्क करना चाहिए और इसकी पीछे नकारात्मक शक्ति या ऊर्जा भी वजह हो सकती है।
👉यदि व्यक्ति को लगातार धन-हानि हो, मानसिक तनाव में रहे या अज्ञात भय, घबराहट, डिप्रेशन रहता हो तो यह आप पर नकारात्मक ऊर्जा का असर होने का संकेत हो सकता है।
अगर आपको नजर या कोई जादू टोना हुआ है तो आप किसी योग्य ज्योतिषी से कुंडली का विश्लेषण कराएं। साथ ही जिस अशुभ ग्रह की दशा चल रही हो तो उस ग्रह का उपाय करें।
👉करियर में समस्या, व्यापार में बार-बार नुकसान होना, समस्याएं आना भी काला जादू का असर हो सकता है। जादू टोना होने की स्थिति किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह लेना लाभ दे सकता है।
(यह जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टी नहीं करते।)