पटियालाः पंजाब में उपभोक्ताओं को जल्द ही बिजली की महंगाई का झटका लग सकता है। दरअसल, पंजाब के थर्मल पावर प्लांटों में कोयले की कमी से पावरकाम परेशान है। पावरकाम प्रबंधन अपनी कोयले की जरूरत को पूरा करने के लिए इंडोनेशिया से महंगी दर पर कोयला मंगवाने का निर्णय कर चुका है। इससे पड़ने वाले अतिरिक्त वित्तीय बोझ को वह उपभोक्ताओं से पूरा करेगा। यह अतिरिक्त खर्च ईंधन अधिभार के तौर पर समायोजित किया जाएगा।
इंडोनेशिया से डेढ़ लाख टन कोयला मंगवाने का दिया आर्डर
विभागीय जानकारों के मुताबिक पावरकाम ने इंडोनेशिया से डेढ़ लाख टन कोयला मंगवाने के लिए आर्डर पहले ही दे दिया है। इस पर करीब 350 करोड़ रुपये खर्च आएंगे। हालांकि, अभी राज्य में बिजली की उच्चतम मांग का समय आना बाकी है। उस समय के दौरान राज्य के सरकारी थर्मल प्लांटों में कोयले की जरूरत और बढ़ जाएगी। मौजूदा समय में राज्य में बिजली की मांग करीब 12,000 मेगावाट चल रही है। धान के सीजन में यह मांग करीब साढ़े 16 हजार मेगावाट होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
जानें आल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के प्रवक्ता वीके गुप्ता का कहना
पावरकाम द्वारा विदेश से कोयला आयात किए जाने के बारे में आल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के प्रवक्ता वीके गुप्ता कहते हैं कि विदेश से मंगवाया महंगा कोयला निश्चित रूप से वित्तीय वर्ष 2022-23 की बिजली किराया दरों में एक रुपये प्रति यूनिट तक की बढ़ोतरी कर देगा।
हाल ही में कोयले की ज्यादा मांग और कम सप्लाई के बाद केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिए कि वह विदेश से भी कोयला मंगवाएं। इसके लिए महत्वपूर्ण पहलू यह है कि विदेश से मंगवाए जाने वाले कोयले को सही तरीके से मिश्रित किए जाने की सुचारू सुविधाएं न होने के चलते यह कोयला इन थर्मल प्लांटों के ब्वायलर सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता