रोजाना24न्यूज़: अगले महीने यानी पहली जुलाई से जालंधर की प्रापर्टी के दाम डेढ़ गुणा तक बढ़ जाएंगे। जिला प्रशासन जिलेभर की प्रापर्टी के कलेक्टर रेट बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इस बार रेट में 40 से 50 प्रतिशत तक का इजाफा किया जाएगा। यानी जिस इलाके में इस समय प्रापर्टी का कलेक्टर रेट दस लाख रुपये प्रति मरला है, वहां यह 14 से 15 लाख रुपये मरले कर दिया जाएगा।
जिला प्रशासन जालंधर में एरिया के हिसाब से बढ़ोतरी करने को लेकर मंथन में जुटा है। इसके लिए बैठकों का दौर जारी है। जुलाई में नए कलेक्टर रेट को लागू किया जा सकता है। इसके बाद से जिले में प्रापर्टी के रेट में खासी बढ़ोतरी हो जाएगी। हालांकि, जिला प्रशासन के इस फैसले को लागू करने से पहले ही इसका व्यापक स्तर पर विरोध शुरू हो गया है। कालोनाइजर व रियल एस्टेट कारोबारी महंगाई के इस दौर में कलेक्टर रेट नहीं बढ़ाने की मांग करने लगे है।
कपूरथला तक फैला वैध व अवैध कालोनियां का जाल
प्रशासन ने अप्रैल 2021 के बाद कलेक्टेर रेट में इजाफा नहीं किया है लेकिन इस अवधि के बीच जिले में प्रापर्टी के रेटों में व्यापक इजाफा हुआ है। एक तरफ नकोदर तो दूसरी तरफ कपूरथला तक फैल रहे जिले में कई वैध व अवैध कालोनियां का जाल बिछ गया है। इसमें कालोनाइजरों द्वारा कालोनियों में कामर्शियल व रिहायशी प्लाटों के मनमर्जी से रेट भी निर्धारित किए गए है। मनमर्जी से दाम बढ़ाने के कारण कालोनाइजर को तो मुनाफा हो रहा है लेकिन सरकार को राजस्व में नहीं होता। उल्टा, टैक्स चोरी बढ़ती है। इसी कारण इस बार 50 प्रतिशत तक कलेक्टर रेट बढ़ाया जा रहा है।
बैठक में एक हफ्ते में प्रस्ताव देने को कहा
डीसी घनश्याम थोरी की अध्यक्षता में रेवेन्यू अधिकारियों में हुई बैठक के दौरान कलेक्टर रेट बढ़ाने को लेकर रिव्यू बैठक की गई। इसमें डीसी ने रेवेन्यू अधिकारियों को जिले के सभी इलाकों में रिव्यू करके कलेक्टर रेट निर्धारित करने के निर्देश दिए। इस दौरान डीसी ने उप-मंडल मैजिस्ट्रेट (एसडीएम) व तहसीलदारों को नए कलेक्टर दरों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में तेजी लाने व एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव देने को कहा।
पंजाब कालोनाइजर एंड बिल्डर्स एसोसिएशन ने की मांग : जमीनों के कलेक्टर रेट बढ़ाने की प्रक्रिया को छह महीने के लिए टाल दिया जाए
पंजाब कालोनाइजर एंड बिल्डर्स एसोसिएशन ने डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी के नाम ज्ञापन देकर मांग की कि जमीनों के कलेक्टर रेट बढ़ाने की प्रक्रिया को छह महीने के लिए टाल दिया जाए। एसोसिएशन के प्रधान मेजर सिंह, महासचिव आरएस गिल, चेयरमैन भूपिदर सिंह भिदा, उप प्रधान अमरजीत सिंह किशनपुरा व श्रीकंठ जज ने कहा कि इस समय प्रापर्टी कारोबार बुरे हालात से गुजर रहा है। पिछले दो साल में कोरोना महामारी के कारण प्रापर्टी कारोबार चौपट हो गया है। प्रधान मेजर सिंह ने कहा कि प्रापर्टी कारोबार को बचाने के लिए सरकार की मदद की जरूरत है। एनओसी नहीं मिलने और इसके बिना रजिस्ट्री रोकने के बाद काम पूरी तरह रुक चुका है। प्रापर्टी कारोबारियों ने कहा कि इस समय जमीन के रेट काफी गिर गए हैं और यहां तक की जो कोठियां या कामर्शियल निर्माण किया गया है वह भी लागत से कम पर बिक रहा है, ऐसे में अगर कलेक्टर रेट बढ़ने की मार पड़ी तो कारोबारी सहन नहीं कर पाएंगे। अमरजीत सिंह किशनपुरा ने कहा कि एनआरआइ भी अब प्रापर्टी में इन्वेस्ट नहीं कर रहे हैं जिस वजह से मार्केट में पैसा नहीं है। इसलिए अपील है कि जमीनों के कलेक्टर रेट बढ़ाने की प्रक्रिया को रोका जाए। मौके पर अमरीक बागड़ी, विजय कुमार, हरप्रीत सिंह, अमन, बलजीत सिंह, साहिल, अमरजीत सिंह, मनजीत सिंह, राजकुमार, रोहित शर्मा, दिलीप सिंह, इंद्रपाल रिप्पन, रवि, रछपाल सिंह, तनवीर सिंह मौजूद रहे।