नई दिल्ली: कई भारतीय छात्रों को फर्जी दस्तावेजों पर कनाडा भेजने वाला ट्रैवल एजेंट ब्रजेश मिश्रा कनाडा में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे कनाडा में घुसने की कोशिश करते समय गिरफ्तार किया गया। उस पर कनाडा के उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए भारतीय छात्रों को फर्जी स्वीकृति पत्र जारी करने में शामिल होने का आरोप है। इसका साथी राहुल भार्गव पहले ही 28 मार्च को जालंधर में गिरफ्तार किया जा चुका है।
विद्यार्थियों ने सीएम भगवंत मान को लिखा पत्र
वहीं कनाडा से निर्वासन का सामना कर रहे विद्यार्थियों ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि इस मामले में एक टास्क फोर्स बनाई जाए, जो सारे मामले की पड़ताल करे। साथ ही इस मामले में पंजाब सरकार वकीलों का पैनल बनाए। उनकी कानूनी मदद करें ताकि उनको फायदा हो सके।
यह मामला कनाडा की संसद में भी गूंजा था
भारतीय छात्रों के फर्जी प्रवेश पत्र मामला कनाडा की संसद में भी गूंजा था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि धोखाधड़ी के पीड़ितों के पास अपने मामले के लिए साक्ष्य प्रदर्शित करने और पेश करने का अवसर होगा। हम अंतरराष्ट्रीय छात्रों द्वारा हमारे देश में लाए जाने वाले अपार योगदान को पहचानते हैं।
ऐसे सामने आया था मामला
ये मामला उस समय सामने आया जब कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी ने लगभग 700 भारतीय छात्रों को निर्वासन पत्र जारी किया था, जिनमें से ज्यादातर पंजाब से थे, क्योंकि कनाडा के विश्वविद्यालयों में उनके प्रवेश पत्र फर्जी पाए गए थे। सभी भारतीय छात्र 3 वर्ष पूर्व छात्र वीजा पर कनाडा गए थे। उन्हें धोखाधड़ी का पता तब चला, जब उन्होंने परमानेंट रेजिडेंस के लिए अर्जी दी। जांच में खुलासा हुआ कि संस्थानों के दिए गए शुरुआती ऑफर लेटर फर्जी थे। इसके बाद जालंधर के ट्रैवल एजेंट बृजेश मिश्रा का नाम सामने आया था।