आरोपियों के कब्जे से 2 किलोग्राम अफीम, 2 पिस्तौल .32 बोर, एक देसी कट्टा .32 बोर, 20 जिंदा कारतूस .32 बोर और एक क्रेटा गाड़ी बरामद
रोजाना24न्यूज: सीआईए स्टाफ द्वारा शरारती तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 2 किलोग्राम अफीम, 2 पिस्तौल .32 बोर, एक देसी कट्टा .32 बोर, 20 जिंदा कारतूस .32 बोर और एक क्रेटा गाड़ी PB08-EY-3901 बरामद करने में सफलता हासिल की है।
डीसीपी हरविंदर सिंह विर्क ने बताया कि एसीपी परमजीत सिंह की अगुवाई में सीआईए स्टाफ 2 इंचार्ज व इंस्पेक्टर हरिंदर सिंह अपनी संयुक्त टीम के साथ फोकल प्वाइंट चौक जालंधर में मौजूद थे, जब सर्विस रोड के साथ पुल के पास वेरका मिल्क प्लांट की तरफ से 3 लोग सफेद रंग की क्रेटा गाड़ी PB08-EX- 3901 में आते हुए दिखाई दिए, तो उनको रुकने का इशारा किया और गाड़ी के साथ युवकों की तलाशी ली गई तो उनके पास से 2 किलोग्राम अफीम, 2 पिस्तौल .32 बोर, एक देसी कट्टा .32 बोर, 20 जिंदा कारतूस .32 बोर बरामद हुए। इंस्पेक्टर हरिंदर सिंह तुरंत तुरंत तीनों युवकों को गाड़ी सहित गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अजय मसीह उर्फ कालू पुत्र सैमुअल मसीह निवासी मकान नंबर 127-डी गली नंबर 10 संगत सिंह नगर थाना डिवीजन नंबर 2 जालंधर, विजय मसीह उर्फ काकू पुत्र सैमुअल मसीह निवासी मकान नंबर 127-डी गली नंबर 10 संगत सिंह नगर और गगनदीप सिंह उर्फ बाबा पुत्र अमरजीत सिंह निवासी मकान नंबर एनएम-584 मोहल्ला करनार खा के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
इसी के दौरान जानकारी देते सीआईए स्टाफ 2 के इंचार्ज इंस्पेक्टर हरिंदर सिंह ने बताया कि अजय मसीह और विजय मसीह दोनों भाई हैं। इन्होंने सबसे पहले जसप्रीत जस्से के साथ मिलकर अवैध शराब बेचने का काम शुरू किया। इनके ऊपर अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में मामले दर्ज है। इसके बाद जस्से, पंकज, ठाकुर और विजय मसीह पर 8-10 मुकदमे दर्ज हुए। जिसके बाद जस्से मेरे घर आना-जाना शुरू हो गया और जसप्रीत जस्से का आपसी झगड़ा हो गया। दोनों भाइयों ने स्वीकार किया कि नवंबर 2018 को हमने बिहार से तीन हथियार खरीदे, दो 32 बोर देसी पिस्तौल कारतूस और एक देसी कट्टा 315 बोर वाला कारतूस खरीदा था जिससे जसप्रीत सिंह जस्सा निवासी न्यू दियोल नगर जालंधर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसमें अजय मसीह उर्फ कालू और विजय मसीह उर्फ काकू नाभा जेल में दिनांक 10-3-19 ए/डी 302,148,149, भादस 25,27,54-59 आर्म्स एक्ट थाना डिवीजन नंबर 2 जालंधर में बंद थे। पंजाब की अलग-अलग जेलों में रहने के दौरान उनके संबंध बदमाशों से बन गए और जेल से बाहर आने के बाद दोनों अलग-अलग शहरों में अफीम की सप्लाई करने लगे। हालाँकि, निम्नलिखित मामले अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में अलग-अलग दंड के तहत मामले किए गए हैं।