चरणजीत सिंह चन्नी को नकार देँगे जालंधर के लोग : गुरप्रताप सिंह वडाला
जालंधर (R24N): जालंधर के हलका नकोदर में कार्यकर्ताओं और लोगों के साथ एक बैठक की गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जिन्होंने जालंधर से शिरोमणि अकाली दल के लोकसभा उम्मीदवार मोहिंदर सिंह के.पी. के सामने अपनी मांगें रखीं। वहीं अकाली नेता गुरप्रताप सिंह वडाला ने बोलते हुए कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी बाहरी जिले से हैं, जबकि वह यहां चुनाव कैसे लड़ सकते हैं।
उन्हें ग्राउंड रिपोर्ट की जानकारी नहीं है। वे लोगों की समस्याएं कैसे उठाएंगे और उनका समाधान कैसे करेंगे? जबकि सरकार में मुख्यमंत्री रहते हुए भी उन्होंने पंजाब के लोगों के बारे में नहीं सोचा और खनन मामले में उनके भतीजे के घर से नकदी मिली। वहीं चरणजीत सिंह चन्नी पर भी कई आरोप लग चुके हैं।
वहीं मोहिंदर सिंह के.पी. ने कहा कि किसानों की समस्याओं का समाधान हमेशा अकाली दल ने किया है, उन्होंने कहा कि जब शिरोमणि अकाली दल की सरकार थी तो किसानों के ट्यूबवेल बिल शिरोमणि अकाली दल ने ही माफ किये थे. किसानों की फसलों का दाना-दाना खरीदा गया और किसानों को खाद और बीज पर सब्सिडी भी दी गई। जबकि अब न तो किसानों को मुआवजा मिलता है और न ही मंडियों में किसानों द्वारा लाई गई फसल समय पर खरीदी जाती है, जबकि कई-कई दिनों तक किसान अपनी फसल लेकर मंडियों में बैठे रहते हैं और न ही उनकी फसल की खरीद की जाती है। जबकि शिरोमणि अकाली दल ने हमेशा किसानों के हक की बात की है और जब भी कोई प्राकृतिक आपदा आई है जिसमें किसानों को कोई नुकसान हुआ है तो किसानों को मुआवजा दिया गया है। जब मोदी सरकार द्वारा तीन कृषि कानून लाए गए तो केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने संसद में आवाज उठाई और विरोध स्वरूप अपने पद से इस्तीफा दे दिया।