लुधियाना (R24N): लुधियाना के चर्चित स्वीटी हादसा केस में बड़ा खुलासा हुआ है। जिम जा रही स्वीटी हादसे का शिकार नहीं हुई थी। स्वीटी का सोची समझी साजिश के तहत उसके प्रेमी ने ही कत्ल किया था। उसने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर स्वीटी को कार के नीचे देकर मार दिया। वारदात को अंजाम देने वाले दोनों चचेरे भाईयों लखविंदर और कुलविंदर को गिरफ्तार कर लिया गया हैं, जबकि ड्राइवर अजमेर सिंह पहले से ही पुलिस हिरासत में है।
थाना प्रभारी नरदेव सिंह ने कहा कि आरोपी लखविंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि वह शादीशुदा है और उसका एक बेटा है लेकिन उसकी पत्नी की सात साल पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। उसने बताया कि सात साल पहले स्वीटी अरोड़ा सोशल मीडिया के जरिए उसके संपर्क में आई और दोनों के बीच अफेयर चल रहा था और स्वीटी एक साल से लगातार उस पर शादी करने का दबाव बना रही थी लेकिन वह इनकार कर रहा था. फिर एक दिन सोची समझी योजना के तहत वह अपने चचेरे भाई कुलविंदर से मिला और स्वीटी पर कार चढाकर उसकी हत्या कर दी ताकि पुलिस या किसी को शक न हो।
SHO नरदेव सिंह ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस ने आसपास लगे सभी सीसीटीवी खंगाले तो देखा कि पहली नजर में पुलिस को सीसीटीवी में यह हादसा नजर नहीं आया, क्योंकि कार चालक ने ब्रेक नहीं लगाया था।
एक बार भी और स्वीटी पर कार लादने के तुरंत बाद ब्रेक लगाए गए और फिर आरोपी ने बाहर आकर स्वीटी की नब्ज चेक की और फिर रुकने के बजाय वह भाग गया। इसके बाद से पुलिस तेजी से जांच आगे बढ़ा रही है। जब कार सीसीटीवी में कैद हुई तो ड्राइवर ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया ताकि हत्या का पता न चल सके।
थाना प्रभारी नरदेव सिंह ने बताया कि आरोपी इतने शातिर निकले कि 13 मार्च को घटना के बाद जब उन्हें मीडिया से पता चला कि उनकी कार सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है तो उन्होंने अपने ड्राइवर को भेजा, जो उनके साथ था। उस समय, पुलिस को आत्मसमर्पण करने के लिए, इसलिए दिया ताकि किसी को पता न चले कि यह हत्या है. ड्राइवर ड्रा से पूछताछ के बाद पुलिस र्ने आरोपी चचेरे भाई लखविंदर सिंह और कुलविंदर सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया, जिसके बाद उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया.