जम्मूः जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की सूचना आई है। बताया जा रहा है कि बादल अमरनाथ गुफा के पास ही फटा है। इसमें कई लोगों के हताहत होने की खबर है। हालांकि अभी कोई संख्या सामने नहीं आई है। बादल फटने से पांच लोगों की मौत की खबर है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
श्रद्धालुओं में मचा हाहाकार
बादल फटने के बाद सैलाब टैंटों के बीच से बहने लगा था, जिसके बाद श्रद्धालुओं के बीच हाहाकार मच गया है। इसकी चपटे में कई लोग आ गए थे। एनडीआरएफ की टीम वहां देख रही है कि कुछ लोग बह तो नहीं गए। बालटाल का रास्ता है, वहां टीम लगाई थी आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीम लगाई थी। नदी के स्तर पर आगे की ओर जो लोग गए हैं, उन पर नजर रखी जा रही है। आने वाले समय में श्राइन बोर्ड की ओर से हेल्प लाइन भी जारी किया जाएगा। जिनके परिजन वहां गए हैं, वो उस नंबर से जानकारी ले सकते हैं।
आज 8-10 हजार लोग कर रहे थे यात्रा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज करीब 8-10 हजार लोग यात्रा के लिए शामिल थे। भक्तों में उत्साह बढ़ गया था। एनडीआरएफ के डीजी अतुल गढ़वाल के मुताबिक, बादल फटने की सूचना मिली है। एक टीम पवित्र गुफा के पास ही है। हमने अपनी और भी टीमें वहां रवाना कर दी हैं। उन्होंने कहा कि अभी हम कंफर्म नहीं कर सकते हैं कि कितने लोगों की मौत हुई है। कुल कितने लोगों की मौजदूगी थी, ये भी तय नहीं है।
सीआरपी की मेडिकल टीमें वहां मौजूद
रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर क्या चुनौती होगी इसको लेकर उन्होंने बताया कि रेस्क्यू को लेकर चुनौती मौसम की है। वहां की भौगोलिक स्थिति और ऊंचाई होगी, लेकिन हमारे जवान काफी प्रशिक्षित हैं। उन्हें कोई समस्या नहीं होगी। वहीं एनडीआरएफ हेल्पलाइन नंबर जारी करेगी या नहीं, इस पर डीजी गढ़वाल ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर राज्य सरकार का होता है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड नंबर जारी करेगा। हम उनके साथ काम करेंगे। रेस्क्यू के बाद लोगों को कहां ले जाया जाएगा, इसके जवाब में उन्होंने बताया कि वहां काफी कैंप हैं, रेस्क्यू के बाद लोगों को वहीं लेकर जाएंगे। पैरामिलिट्री के जवान भी हैं। वहां हैलीपेड भी हैं। घायलों को वहां से भेजा जाएगा। मौसम खराब होने की वजह से घायलों को सुरक्षित यात्रा करवाने के लिए जम्मू कश्मीर की पुलिस भी रहती है। बीएसएफ, सीआरपी की मेडिकल टीमें भी वहां मौजूद हैं।