संगरूर। बेरोजगार 646 पीटीआइ यूनियन ने रविवार काे मुख्यमंत्री भगवंत मान की कोठी का अपनी मांगों को लेकर घेराव किया। इस दाैरान यूनियन काे रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेट लगाए थे। इसके बावजूद बेरोजगारों के आगे बढ़ने के चलते यूनियन कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई। बेरोजगार पीटीआइ अध्यापकों ने बैरिकेट लांघ कर आगे बढ़ने का प्रयास किया।
इसी बीच एक बेरोजगार अध्यापक शिंदरपाल सिंह की हालत तक बिगड़ गई, जिसे एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि बाकियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। धक्कामुक्की में एएसआइ मक्खन सिंह भी घायल हो गया, उसे घुटने में चोट लगी। इससे पहले पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यूनियन के राज्य प्रधान गुरलाभ सिंह ने कहा कि पिछले 12 वर्षों से लटकती आ रही मांगों को हल नहीं किया जा रहा।
पीटीआइ बेरोजगार यूनियन की भर्ती मुकम्मल नहीं की जा रही। विधानसभा चुनाव के समय मांगों के हल के लिए यूनियन के सदस्यों सिपी शर्मा, गगन मानसा व इकबाल मानसा ने मोहाली में पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन किया था, तब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सदस्यों को नीचे उतारकर मांगों का हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन सरकार बनने के बाद कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया।
उन्होंने बताया कि लोकसभा संगरूर चुनाव में भी दो लड़कियां संगरूर की वाटर टंकी पर चढ़ी थीं, तब भी शिक्षा मंत्री मीत हेयर व विधायक नीना मित्तल ने विश्वास दिलाकर नीचे उतार लिया था और कहा था कि दस दिन में भर्ती मुकम्मल की जाएगी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।