-कहा तरक्की और खुशहाली के लिए शांति ज़रूरी
-सुखबीर सिंह बादल की लीडरशिप में पूर्ण भरोसा प्रकटाया
-पार्टी असली संघी ढांचे के लिए प्रयत्न तेज करेगी
-गलती कर रहे सदस्यों को की अपील, पार्टी का माहौल न खऱाब किया जाये और अपने विचार सिर्फ पार्टी प्लेटफार्म पर ही रखे जाएं
-सिखों पर हमलों की की निंदा, कहा कि कंगन रणौत जैसे सांप्रदायिक नेताओं की भडक़ाऊ ब्यानबाजी देश की एकता का कर रही है नुक्सान
चंडीगढ़ (R24N): शिरोमणि अकाली दल ने आज पंजाब के लोगों को प्रदेश में बड़ी मुश्किल से मिली शांति और भाईचारक सांझ को लांबू लगा कर माहौल खऱाब करने और इसका दोष सिखों के सिर मढ़ कर पंजाबियों ख़ास तौर पर सिखों की बदनामी करने के लिए रची जा रही गहरी साजिश से सचेत रहने को कहा। पार्टी की वर्किंग कमेटी में पास किये प्रस्ताव में कहा गया कि पंजाब में संकुचित राजनैतिक हितों के लिए सांप्रदायिक ध्रवीकरन करने के लिए ख़तरनाक और गहरी साजिश रची जा रही है। फिर से सांप्रदायिक नफऱत फ़ैसला कर प्रदेश में हिंसा फैलाने का पुराना खेल खेला जा रहा है जिसका दोष सिखों सिर मढऩे के प्रयत्न किये जा रहे हैं और 1980 के समय जैसे हमारे नौजवानों को बदनाम करने के प्रयत्न किये जा रहे हैं।
वर्किंग कमेटी ने ज़ोर दे कर कहा कि पंजाब की तरक्की और खुशहाली के लिए शांति और भाईचारक सांझ सब से ज़रूरी है। पार्टी ने जोर दे कर कहा कि वह हमारे महान गुरू साहिबानों की तरफ से दिखाऐ मार्ग के अनुसार शांति और भाईचारक सांझ प्रति पूरी तरह वचनबद्ध है। वर्किंग कमेटी ने कहा कि हमने इसलिए शहादतें दीं हैं और इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से कभी नहीं भटकेंगे।
एक अलग और सर्वसम्मति के साथ के पास किये प्रस्ताव में वर्किंग कमेटी ने पूर्ण तरह दृढ़ और वचनबद्ध पार्टी प्रधान सरदार सुखबीर सिंह बादल की लीडरशिप में पूर्ण भरोसा भी प्रकट किया और उन की सराहना भी की। वर्किंग कमेटी ने प्रधान को अधिकार दिया कि पार्टी के संविधान मुताबिक पार्टी का पुनर्गठन किया जाये। कमेटी सदस्यों ने प्रधान के अक्स को खराब करने के प्रयत्नों का भी नोटिस लिया।
सदस्यों ने पंथ और पंजाब के दुश्मनों के हाथों में खेल रहे कुछ नेताओं के खिलाफ अनुशासनी कार्यवाही की जोरदार मांग भी की परन्तु पार्टी प्रधान सरदार सुखबीर सिंह बादल ने सबको सब्र और संतोष रखने और महान गुरू साहिबान की तरफ से दिखाऐ मार्ग अनुसार खुल दिली वाली सोंच अपनाने पर जोर दिया। इसके बाद वर्किंग कमेटी ने एक प्रस्ताव पास किया जिस में कहा गया हम एक पूर्ण लोकतंत्रीय पार्टी हैं जिसकी अंदरूनी विचार विमर्श की ऐतिहासिक रवायतें हैं। हरेक को पार्टी प्लेटफार्म पर अपने विचार रखने का हक है चाहे वह आलोचना वाले विचार ही क्यों न हों। इसलिए पार्टी का नुक्सान करने के लिए माहौल खऱाब करने और अनुशासन भंग करने का कोई तुक नहीं बनता।
पार्टी ने गलतियां कर रहे नेताओं से अपील की कि वह दुश्मनों के हाथों में न खेलें खास तौर पर तब जब खालसा पंथ, पंजाब और पार्टी पहले ही सिख और पंजाब विरोधी साजिशेां का निशाना बनी हुई है, यह मैंबर खुद बीते समय में इसकी बात भी करते रहे हैं। एक ओर प्रस्ताव में पार्टी ने कहा कि वह देश में पूर्ण संघी ढांचा स्थापित करने के लक्ष्य प्रति अपने प्रयत्न ओर तेज करेगी जिससे राज्यों को वाजिब वित्तीय और प्रशासकी खुदमुख्तारी मिल सके। भारत एक ऐसा देश है जिस में भांत सुवर्ण संस्कृति, भाषाएं, धर्म और क्षेत्र हैं। मज़बूत राज्यों का मतलब मज़बूत देश होता है। भारत की अनेकता में एकता और इसकी अमीर विभिन्नता को बचाने की जरूरत है।
मीटिंग ने देश में सिखों पर हमलों की निंदा की और कहा कि कंगन रणौत जैसे सत्ताधारी पार्टी के अहम नेताओं के भडक़ाऊ बयान इन हमलों के लिए जिम्मेदार हैं। पार्टी ने कहा कि यह घटनाएं सांप्रदायिक ध्रुवीकरन की चल रही साजिश का हिस्सा हैं। मीटिंग में पार्टी के सीनियर नेताओं समेत वर्किंग कमेटी के समूह मैंबर उपस्थित थे।